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Author name: yash.laners@gmail.com
शीलं परं भूषणम्।
विद्या विवादाय धनं मदाय।
लोकोत्तरं यत् कर्म।
यथा राजा तथा प्रजा।
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते।
मित्रं सर्वत्र पूज्यते।
हर चीज के पीछे मत भागो बस एक में मन लगा कर उसे पूरा करो ।
हमसफर ऐसा चुनो जो आपकी हर परिस्थिति के साथ खड़ा रहे ।
संघर्ष से ना घबराये कुछ पाना है तो धीरे – धीरे ही पा सकते है ।
शालीनता आपके संस्कारों को दर्शाता है इसलिए सभ्य और शालीन बन कर रहे ।
वक्त का तक़ाज़ा ऐसा है आज किसका है कल किसका होगा किसे नहीं पता ।
लोग कुछ नई चीज देख कर उसके पीछे तो भागते है पर सफल धेर्यवान व्यक्ति ही होता हैं ।
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